लाखों की लागत फिर भी सुलभ शौचालय दुर्दशा ग्रस्त

IMG 20220726 WA0058

– गांव- गांव एवं घर- घर बनाए गए शौचालय भी अपनी दुर्दशा पर हो रहे हैं आंसू बहाने को विवश
कायमगंज / फर्रुखाबाद 26 जुलाई 2022
स्वच्छता अभियान चलाकर पूरे देश के नगरों तथा ग्रामों को स्वच्छ रखने के उद्देश्य से सरकार ने कई व्यापक योजनाएं चलायी। इन्हीं में से सामुदायिक शौचालय का निर्माण आवश्यकता वाले ग्रामों में कराया गया। इसी के साथ जैसे भी बने मानक के सापेक्ष रहे हो या मानक के विपरीत शासन का प्रयास रहा कि वह प्रशासन एवं ग्राम प्रधान तथा शासन की कड़ी ग्राम पंचायत सचिव के माध्यम से अथवा किसी अन्य उचित माध्यम से घर- घर शौचालय( इज्जत घरों) का निर्माण कराए। यह कार्य भी काफी शोर-शराबे के साथ कराया जाता रहा। यहां तक कि स्वच्छता का संदेश देते हुए कई जगह मंत्रियों, अधिकारियों ने भी झाड़ू चला कर स्वच्छता का ही संदेश दिया। लेकिन ऐसा लगता है कि अब स्वच्छता का संदेश अपनी गति खो चुका है। घरों में ग्राम प्रधानों द्वारा बनवाए गए शौचालय एक मोटे अनुमान के तौर पर लगभग 70 से 80 प्रतिशत क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। क्योंकि पहले से ही मानक विहीन ढंग से इनका निर्माण कराया गया था। कहीं-कहीं शिकायत मिलने पर जांच की औपचारिकता भी निभाई गई। लेकिन नतीजा सिर्फ शून्य ही रहा । ठीक इसी तरह आवश्यकता वाले ग्रामों तथा स्थानों पर भी जन सामान्य की सुविधा तथा भारत स्वच्छता मिशन की सफलता को ध्यान में रखते हुए सार्वजनिक सुलभ शौचालयों का निर्माण कराया गया। इनके निर्माण में भी जो कुछ भी हो सका अधिकांश जगह धांधली का नजारा निर्माण के समय ही दिखाई दे रहा था। किंतु यहां भी जांच के नाम पर वही खाना पूरी करके परिणाम को शून्य कर दिया गया। खैऱ जो भी हो जैसे भी बने, उनका भी हाल रखरखाव के हिसाब से बहुत दयनीय दिखाई दे रहा है। जिसका ताजा उदाहरण विकासखंड नवाबगंज की ग्राम पंचायत शिवरई मठ में बना सुलभ शौचालय है। हर किसी को अपनी आंखों से यहां का नजारा देखते ही इसकी असलियत का पता चल जाता है। बने शौचालय के चारों ओर बड़ी-बड़ी घास और झाड़ियां उगी खड़ी हैं। जिनमें विषैले कीटो यहां तक की कभी-कभी यहां से निकलने वाले लोगों को सर्प तक रेंगते दिखाई देते हैं। शौचालय की मरम्मत रंगाई- पुताई उसे देखकर ऐसा लगता है कि मानो निर्माण वर्ष से लेकर दोबारा फिर आज तक की ही नहीं गई है। इन सारी परिस्थितियों के बावजूद भी इस शौचालय के मुख्य द्वार पर हर समय ताला जड़ा रहता है। यदि कोई शौच क्रिया के लिए यहां जाए भी तो उसमें लगे ताले की वजह से प्रवेश कैसे कर पाएगा। लंबे समय से लगे ताले के कारण शौचालय के कमरे में मच्छरों तथा मकड़ियों ने अपना स्थाई बसेरा बना रखा है। शौचालय की दीवार के ऊपर निर्माण के समय ही यहां के ग्राम प्रधान तथा पंचायत सचिव ने अपना नाम अंकित करा रखा है ।लेकिन लाखों की लागत के बावजूद भी यह शौचालय केवल सफेद हाथी साबित हो रहा है ।जो प्रधानमंत्री की भारत स्वच्छता मिशन जैसी महत्वाकांक्षी योजना को धता बताकर खुद ब खुद उपेक्षा तथा व्याप्त भ्रष्टाचार की कहानी कहने के लिए पर्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि न जाने कब यह भ्रष्टाचार दूर होगा और ऐसे छोटे-मोटे जन सुविधा वाले काम जिम्मेदार ग्राम प्रधान तथा पंचायत सचिव एवं अन्य संबंधित लोग करने को विवश होंगे। अब ऐसे प्रश्न तो भविष्य के गर्भ में ही छिपते जा रहे हैं ।निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता कि ऐसा समय भी अब कभी वापस आएगा। जब जन सुविधाओं की उपेक्षा करने वालों को उनकी करनी का शासन तथा प्रशासन एहसास करा सकेगा।

 

रिपोर्ट जयपाल सिंह यादव, दानिश खान

FARRUKHABAD NEWS UTTAR PRADESH

Farrukhabad news भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मतदान केन्द्रों के सम्भाजन हेतु जिला प्रशासन की बैठक सम्पन्न

Farrukhabad news-बैठक में जनप्रतिनिधियों एवं राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों ने लिया भाग फर्रूखाबाद :- जनपद[...]

FARRUKHABAD NEWS KAIMGANJ NEWS

KAIMGANJ NEWS अस्पताल लाई गई गर्भवती महिला की मौत – परिवार में मचा कोहराम

KAIMGANJ NEWS – गंभीर स्थिति में आई गर्भवती को डाक्टर ने किया मृत घोषित, पंचनामा[...]

FARRUKHABAD NEWS KAIMGANJ NEWS

KAIMGANJ NEWS बंद मकान में घुसे सशस्त्र चोरों ने नकदी व जेवरात एवं लायसेंसी सिंगल बैरल बंदूक सहित की लाखों की चोरी

KAIMGANJ NEWS  – परिवार शादी समारोह में शामिल होने बाहर गया था – अचानक परिवार[...]

FARRUKHABAD NEWS KAIMGANJ NEWS

KAIMGANJ NEWS बिना शट डाउन लिए पोल पर चढ़ा युवक करंट से झुलसा, हालत गंभीर, लोहिया रेफर

KAIMGANJ NEWS–कायमगंज जौरा मार्ग की है घटना, घटना के बाद लाइन मैंन की भी हालत[...]

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page

ताजा खबर के लिए सब्सक्राइब करें No Yes